NTT Course in Hindi: NTT कोर्स क्या है?


 

NTT Course in Hindi: NTT कोर्स क्या है?

NTT Course in Hindi: NTT कोर्स क्या है?


NTT का फुल फॉर्मनर्सरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स होता है। यह 2 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स है, जिसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूलों इंस्टिट्यूट में नर्सरी के बच्चों को पढ़ाने के लिए यह कोर्स किया जाता है। इस कोर्स को 12वीं क्लास के बाद आसानी से किया जा सकता है। इस कोर्स में स्टूडेंट्स को चाइल्ड केयर एंड हेल्थ, बेसिक ऑफ प्री-प्राइमरी एजुकेशन और टीचिंग मेथाडोलॉजी जैसे विषय पढ़ाये जाते हैं। इसके साथ ही उन्हें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती हैं, जिसके माध्यम से वह प्राइमरी क्लास के बच्चों को पढ़ाने में सक्षम होते हैं। 



NTT कोर्स क्यों करें?

अगर आप एक टीचर बनाना चाहते है और बाल शिक्षा विभाग में पढ़ाना चाहते है तो NTT कोर्स एक अच्छा विकल्प है। क्योंकि 6th से 10th क्लास को पढ़ाने के लिए B.ed करना अनिवार्य होता है। लेकिन NTT कम ड्यूरेशन का कोर्स है जिसके लिए कैंडिडेट्स को गेजुएशन करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके साथ ही भारत में आधुनिक शिक्षा को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके कारण युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सी नौकरियां आसानी से मिल जाती हैं। 

NTT कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, स्टूडेंट्स के पास अपना आगे का करियर सिलेक्ट करने के लिए विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है। वे नर्सरी शिक्षक, होम ट्यूटर, प्री-प्राइमरी मैनेजर, प्री-प्राइमरी शिक्षक आदि के रूप में आसानी से कार्य करने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ही NTT का सिलेबस उन स्टूडेंट्स की सहायता करता है जो प्रीस्कूलर में पढ़ाना चाहते हैं और भविष्य में हायर सेकेंडरी क्लास का टीचर बनना चाहते हैं। 


NTT कोर्स सिलेबस 

यहां एक वर्ष के NTT कोर्स में पढ़ाये जाने वाले सिलेबस के बारे में संक्षिप्त में बताया जा रहा है, जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-

  1. चाइल्ड केयर एंड हेल्थ 
  2. बेसिक ऑफ प्री-प्राइमरी एजुकेशन 
  3. चाइल्ड साइकोलॉजी 
  4. टीचिंग मेथाडोलॉजी 
  5. हिस्ट्री एंड फिलॉसोफी ऑफ प्री-प्राइमरी एजुकेशन 
  6. नुट्रिशन 
  7. प्रैक्टिकल: वाइवा वॉइस 
  8. प्रैक्टिकल: आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स 

NTT कोर्स के बाद नौकरी के क्षेत्र 

NTT कोर्स के बाद आप इन प्रमुख क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं-

  1. सरकारी स्कूल 
  2. प्राइवेट स्कूल 
  3. एजुकेशन इंस्टिट्यूट 
  4. प्लेस्कूल 
  5. NGO 
  6. होम ट्यूटर